ये ज़िन्दगी क्यूँ .....…फिर भी अच्छी लगती है ?
कभी बिना गुनाह किये ही ..............…सज़ा सुनाती है
मासूम किसी गुड़िया को .......... बेवजह रुलाती है
हर साँस में रूह ….......... कितनी बार बिलखती है
ये ज़िन्दगी क्यूँ ........…फिर भी अच्छी लगती है ?
कभी सपने दिखाकर …............सपने तोड़ देती है
हवाओं का रुख ही............ उल्टा मोड़ देती है
उठ कर गिरना .…कभी गिर कर उठना….लुढ़कती -संभलती है
ये ज़िन्दगी क्यूँ ……………..फिर भी अच्छी लगती है ?
जिसे शिद्दत से चाहो ….........…वो कहाँ बक्श्ती है
जो दुआओं में मांगो .........…वो कहाँ सुनती है
दिल की प्यारी बातों को ......…ये कहाँ समझती है
ये ज़िन्दगी क्यूँ ……………. फिर भी अच्छी लगती है ?
हँसाती है.......रुलाती है......बनाती है.......मिटाती है
सिखाती है.........दुलराती है.......गिराती है.........भगाती है
हाथ की रेखाओं पर बस..............चलती जाती है.....
इस कोने कभी.........कभी उस कोने सिसकती है
ये ज़िन्दगी क्यूँ...............फिर भी अच्छी लगती है?
~Saumya
Well...you're right ....Zindagi achhi to lagti hai....
ReplyDeleteBy the way nice wording Saumya! Congrats n Stay happy!
कुछ तो बात है ज़िन्दगी मे
ReplyDeleteयूँ ही अच्छी नही लगा करती
हंसाती है.......रुलाती है......बनाती है.......मिटाती है
ReplyDeleteसिखाती है.........दुलराती है.......गिराती है.........भगाती है
हाथ की रेखाओं पर बस..............चलती जाती है ..
जिंदगी इतना सबकुछ जीवन में अनेक रंग बनाए रखने के लिए ही तो करती है ... तभी तो नीरस नहीं होती जिंदगी ... सुन्दर रचना ,...
zindagi isliye acchi lagti hai ..
ReplyDeletekyuki .. 1 hi baar milti hai ..
isliye jio jee bhar ke .. kyuki zindagi miegi na dobara :)
nicely written
very well written soumya .... bahut sunder :)
ReplyDeletemast h.....
ReplyDeletebadi frequent ho gyi ho
Beautiful :-)
ReplyDelete@Virendra ji: thanks :)
ReplyDelete@Digamber nasva: thanks :)
@Jayesh Kothari: thanks a lot :)
@Vandana: thankyou dear :)
@Vivek: Hope to continue...thanks :)
@Sonia: thanks for the read...keep reading :)
here, watch this
ReplyDeletehttp://www.youtube.com/watch?v=vHqFXQVEfKw
We love life, it is dear, is it not.
Achhi lagti hai, yakeenan :D
Cheers,
Blasphemous Aesthete
@Anshul: Ok will see to it...thanks for reading :)
ReplyDeleteYour writing skill is 8th wonder for me, As i said that you've a ocean......i want to repeat it.
ReplyDeleteSAUMYA ...YOU'VE MADE MY DAY ...!!!!!!!!!!!!!
ReplyDelete@Saras ji: thanks a tonne :)
ReplyDeletee jindagi tu jitna bhi dard de, par achhhi hi lagegi:)
ReplyDeleteक्योंकि ये जो जिन्दगी है...
ReplyDeleteबस अपनी सी लगती है... :)
@Mukesh ji,Gayatri ji: thankyou for the read :)
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