फ़ीका नीला आसमां वो .......सतरंगी हो जाएगा
तुम्हारी परछाईं की ओट में आकर
धूमिल सा तारा वो...और दमक जाएगा!
काबिलियत तुम्हारी जब तुम्हें....कामयाबी दे जायेगी
भीगी भीगी पलकों में.....ज़िन्दगी मुस्कुरायेगी!
तुम्हारी नज़रों की छाँव तले आकर
तिनका तिनका ये धरती.... और संवर जायेगी!
तिनका तिनका ये धरती.... और संवर जायेगी!
खुश होकर जब तुम....गीत कोई गुनगुनाओगी
फिजाओं को भी संग अपने...... थिरकता हुआ पाओगी
तुम्हारी साँसों के तार जो यूँ छिङ जायेंगे
ये गुल ये गुलशन...... और महक जायेंगे !
सपना तुम्हारा...... जो सच हो जाएगा
खुदा को भी खुद पर..... फक्र हो जाएगा
तुम्हे यूँ हँसता- मुस्कुराता देख
ये वक़्त भी कुछ देर......यूँही ठहर जाएगा !
सुनो.....वो जो दुआओं की पोटली है....उसे संभाल कर रखना
तुम अपनी मेहनत और लगन को.... बना कर रखना
हर सपना तुम्हारे सपने की ही इबादत करता है
सुनो...तुम बस उम्मीद की लौ....जला कर रखना !
फिजाओं को भी संग अपने...... थिरकता हुआ पाओगी
तुम्हारी साँसों के तार जो यूँ छिङ जायेंगे
ये गुल ये गुलशन...... और महक जायेंगे !
सपना तुम्हारा...... जो सच हो जाएगा
खुदा को भी खुद पर..... फक्र हो जाएगा
तुम्हे यूँ हँसता- मुस्कुराता देख
ये वक़्त भी कुछ देर......यूँही ठहर जाएगा !
सुनो.....वो जो दुआओं की पोटली है....उसे संभाल कर रखना
तुम अपनी मेहनत और लगन को.... बना कर रखना
हर सपना तुम्हारे सपने की ही इबादत करता है
सुनो...तुम बस उम्मीद की लौ....जला कर रखना !
Saumya
@ Saumya ji
ReplyDeletekya shabd hain aur kya bhaw hain ,bemisaal.
बहुत ही सुन्दर रचना उतना ही सुन्दर शव्द संयोजन किया है आपने - धन्यवाद ।
ReplyDeleteबहुत अच्छा लिखती हैं आप ....आपको बधाई.
काबिलियत तुम्हारी जब तुम्हें....कामयाबी दे जायेगी
ReplyDeleteभीगी भीगी पलकों में.....ज़िन्दगी मुस्कुरायेगी!
तुम्हारी नज़रों की छाँव तले आकर
तिनका तिनका ये धरती.... और संवर जायेगी!
मुहब्बत से लबरेज़ सुन्दर कविता.......जितनी तारीफ़ की जाय कम है ।
Beautiful. Will always remember this.
ReplyDeleteसुनो.....वो जो दुआओं की पोटली है....उसे संभाल कर रखना
ReplyDeleteसुनो.....तुम अपनी मेहनत और लगन को.... बना कर रखना
हर सपना तुम्हारे सपने की ही इबादत करता है
सुनो...तुम बस दिल में ... उम्मीद की लौ....जला कर रखना !
बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति।
इस रचना को एक बार तो सुबह १० बजे पढ़ा, फिर १२ बजे पढ़ा और एक बार और पढ़कर कमेन्ट कर रहा हूँ. 'सोम्या' जैसे उत्तम दर्जे का लिखने वाले ब्लॉगर की तारीफ़ के लिए मेरे पास शब्द कम पड़ने लगे हैं इसलिए मेरे जैसे ब्लॉगर के लिए एक हिंदी शब्दकोष का इंतजाम किया जाए ..हा हा हा हा हा हा...... By the way प्रेरित करती हुई इस आला दर्जे की रचना के लिए बधाई.
ReplyDeleteबहुत सुंदर | इसी से याद आए कुछ शब्द :
ReplyDeleteखुद ही को कर बुलंद इतना कि हर खुदी से पहले, खुदा तुझ से पूछे, बता ऐ बंदे, तेरी रज़ा क्या है |
:)
Blasphemous Aesthete
sach kahoon ..to pehle padhke nikal gyi thi us time mood ki band baji hui thi ...itni khoobsoorat or positive creation ko padhne k liye mood bhi positive hona chahiye to dugna maja aata hai ...
ReplyDeletebahut sunder likha hai ....duaaon ki potli k liye thnks :):)
@sanjay ji:thanks a lot!!
ReplyDelete@Aayushi: thank you dear :)
ReplyDelete@Vandana ji: thank you ma'am!!
ReplyDelete@Virendra ji: thank you so so much :)
ReplyDelete@Blasphemous Aesthete :yeah..truly so..thank you :)
ReplyDelete@vandana: koi nai dear...I'm glad you liked it :)
ReplyDeletenice..
ReplyDeleteसुनो.....वो जो दुआओं की पोटली है....उसे संभाल कर रखना
ReplyDeletehowww swwweet.... :)
beautiful words yaara....bohot pyaari nazm....where wer u?
tmhari har poem positive hotih.....bahut hi, yaar bahut achha likha h ye bhi.
ReplyDeleteसुनो.....वो जो दुआओं की पोटली है....उसे संभाल कर रखना
सुनो.....तुम अपनी मेहनत और लगन को.... बना कर रखना
हर सपना तुम्हारे सपने की ही इबादत करता है
सुनो...तुम बस दिल में ... उम्मीद की लौ....जला कर रखना !
ye lines to kuchh jayda hi pyari ban padi h.
@maverick: thank you :)
ReplyDelete@saanjh:thanks a lot dear....well...had a 'writing block' :( :)
ReplyDelete@Vivek:thank you so so much :)
ReplyDeleteyou would love to be a bird, wouldn't you? :D
ReplyDelete@Divesh: :) :) :)
ReplyDeleteसुनो.....वो जो दुआओं की पोटली है....उसे संभाल कर रखना
ReplyDeleteसुनो.....तुम अपनी मेहनत और लगन को.... बना कर रखना
हर सपना तुम्हारे सपने की ही इबादत करता है
सुनो...तुम बस दिल में ... उम्मीद की लौ....जला कर रखना !
bahut hi sunder aapka aabhar
@Om Kashyap:thanks a lot!
ReplyDeletepahli baar aaya hon aapke blog par , gazab ki lines.. gazab ki poetry . ek ek bhaav utar aaye hai shabdo me , salaam kabul kare
ReplyDelete-----------
मेरी नयी कविता " तेरा नाम " पर आप का स्वागत है .
आपसे निवेदन है की इस अवश्य पढ़िए और अपने कमेन्ट से इसे अनुग्रहित करे.
"""" इस कविता का लिंक है ::::
http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/02/blog-post.html
विजय
thank you vijay ji!!
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